Sunday, July 17, 2016

सूखे से पीडित समाजवादी राहत से वंचित बुंदेलों को बिलारी की आखत !

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‪#‎DroughtBundelkhand‬ ‪#‎Anndatakiaakhat‬ 
17 जुलाई, बाँदा / बुंदेलखंड - 

' बुंदेलखंड के बदहाल - कर्जदार किसानों के लिए पसीजा मुरादाबाद का बिलारी ' 

तीस अप्रैल को किसानों के लिए ' अन्नदाता की आखत ' अभियान की मुहीम में सहभागी बने उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के बिलारी क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता संघठन लोग आज बुंदेलखंड में किसानो के आखतदार बने ! 
बिलारी के रहवासी उद्यमी रघुराज यादव ( अध्यक्ष ) गोल्डन बर्ड टेलकाम कम्पनी,एक्टिविस्ट नोमान जमाल आदि सहयोगियों ने बीते तीस अप्रैल को आपदा पीड़ित किसान परिवारों के लिए चेरटी शो किया था ! उस कार्यक्रम से एकत्र हुई समाज की धनराशी को आत्महत्या / सूखा प्रभावित किसान परिवारों में वितरित किये जाने का संकल्प लिया गया था !
आज 17 जुलाई को अतिवर्षा के बीच बिलारी से बुंदेलखंड के बाँदा आये उद्यमी रघुराज यादव , नोमान जमाल ने ग्राम महोखर में सूचीबद्ध चयनित असहाय 100 परिवारों को ये राहत पहुंचाई ! गौरतलब है कि  समाजवादी राहत पैकेट से वंचित रहे ये गरीब शहर मुख्यालय से दस किलोमीटर पर ही बसते है ! उन्हें 60 कुंटल ( प्रति परिवार 60 किलो गेहूं ) की आखत / सहयोग देकर उनकी फौरी मदद की ! इस राहत वितरण में रघुराज यादव का मुख्य सहयोग एक लाख रूपये बाँदा के महोखर को समर्पित रहा है ! उन्होंने कहा कि मै प्रार्थना करता हूँ की बुंदेलखंड का किसान देश को देने वाला बने मुफलिस और बेबस नही ! आवश्यकता है की समाज में समर्थ लोग धर्म,मजहब और जातीय सियासत से ऊपर उठकर ये काम करे ! 

                                                          





हाल - फिलहाल किसान जब तक अपने खेत में आगे की तैयारी करे महोखर के सौ गरीब परिवारों को रोटी का इंतजाम किया गया है ! गत एक मई 2015 मजदूर दिवस को केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह यहाँ से निर्वाचित हमीरपुर - महोबा सांसद पुष्पेन्द्र सिंह चन्देल के साथ आये थे ! जब किसानों उनसे संबोधन के दौरान कर्जमाफी की बात कही तो उन्होंने ये कहा कि आपका माफ़ करेंगे तो सबका करना पड़ेगा !
                                                                   




उधर सात मई को इसी गाँव में किसान आत्महत्या हो गई ! बुंदेलखंड के किसानों पर करीब 16 अरब रूपये का बैंक किसान क्रेडिट कार्ड कर्जा है ! पहले सूखा और अब अतिवर्षा ये मार भी गजब है !  बतलाते चले इस गाँव से ऐसे रसूखदार लोग आज बाँदा के बड़े व्यापारी है जो चाहे तो महोखर को गोद लेकर तीन साल खिला सकते है लेकिन हर कोई रघुराज यादव नही बनता ये तय है ! ये ताबूत की वो कील है जो उन रसूखदार को शायद आत्मा में कचोटे ! ...
                                                             


इस एक दिवसीय जनहित / गरीब आवाम - किसान हितैसी आखत अभियान में रघुराज यादव ,नोमान जमाल के अतरिक्त बाँदा से भाई शैलेन्द्र श्रीवास्तव नवीन , वीरेन्द्र गोयल,सूर्यप्रकाश तिवारी,कुलदीप सिंह सहित अन्य गाँव वाले हजरात मौजूद रहे !

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