'' पहाड़ो को सजदा करो ''
दरअसल पहाड़ धरती का एक्यूप्रेशर है ,वो जल स्तर को ऊपर लाता है ....
अनाचार ,व्यभिचार ,आडम्बर और जैव विविधता का उजाड़ हिमालयी इलाके,राजस्थान, उत्तर प्रदेश - मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में अधिक है मुस्लिम देशो में नही ! विशालकाय पहाड़ो को पताल तोड़ खुदाई की गई है l न कोई मानक और न संजीदगी बस राजस्व और कंक्रीट की हवस में रात -दिन खनन ...सिर्फ खनन करना l बुंदेलखंड की ग्रेनाईट प्लाईट में भी अब झटके लगने लगे ये संकेत अच्छे नही है l
...और कभी खदानों के पट्टे या जल-जंगलकी लीज के नाम उठाकर देखना हिन्दू ही अधिक मिलेगा....कुरआन की कुछ आयतों में पहाड़ और पेड़ की महत्त्व बेहद सटीक है...' सूरा अल अअराफ ' का अध्याय 7 में आयत 19,20,22, सूरा इब्राहीम अध्याय 14 में आयत 23,24,25,26 ' सूरा अननहल 16 ' में आयत 10,11,67,68,69 और ' सूरा बनी इस्राईल 17 ' में आयत 60,सूरा मरयम अध्याय 19 में आयत 23,24,25,26 और सूरा ताहा अध्याय 20 में आयत 71,आयत 120,सूरा अल -हज अध्याय 22 में आयत 18 ,सूरा अल -मोमिनून अध्याय 23 में आयत 19,20 ,सूरा अन -नूर अध्याय 24 में आयत 35,सूरा -अश -शु अ रा अध्याय 26 में आयत 148 ,सूरा -अन -नम्ल अध्याय 27 में आयत 60 और सूरा -लुकमान अध्याय 31 में आयत 27 ,सूरा -सबा अध्याय 34 में आयत 16 / सूरा -अस - सफ्फात अध्याय 37 में आयत 62,63,64,से आयत 68 और आयत 146 और सूरा -अद -दुखान अध्याय 44 में आयत 43,आयत 44,45,46 / सूरा -अल्फत्ह अध्याय 48 में आयत 18 और सूरा -अन -नज्म 53 में आयत 14,15,18 आदि पढ़े लोग इंसान बन सकते है प्रकृति को उजाड़कर मौत से बचने के चाहे जितने जतन कर लो ,केदार घाटी में हवाई पट्टी से लेकर मंदिर तक भले ही अमेरिकी तकनीकी की सड़के ( जीओ सेल ,पाँली यूरेथिन और पाँली फ्लोरायड से बनी ) बना लो मगर भूकंप ,बाढ़ से बचोगे नही जब तक कुदरत की इज्जत करना नही सीख जाते ....अच्छा ही है ये सब ! - आशीष सागर @ बुंदेलखंड ( मई प्रथम सप्ताह के इंडिया टुडे में एक संजीदा खबर पियूष जी ने लिखी है पढ़े ..धूल में मिलते पहाड़ जबकि पहाड़ पर पानी है l )
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