किसानी और पानी पर फेसबुक संवाद
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Zeeshan Akhtar
कुछ समय पहले बुंदेलखंड के कई इलाकों में भ्रमण के दौरान यहाँ की समस्याओं को लेकर दिल्ली के सीनियर जर्नलिस्ट पंकज चतुर्वेदी साहब से लम्बी चर्चा हुई. बुंदलेखंड इस समय पानी से तर है. कई इलाकों में बाढ़ है, जो तीन सूखे के बाद नयी आपदा है. हज़ारों लोग घर छोड़ चुके हैं. फसलें बर्बाद हो चुकी हैं. लोग बीमारियों की चपेट में हैं. बुंदेलखंड के अलावा ऐसी कोई जगह याद नहीं आ रही जहां सूखा और पानी दोनों ही तबाही की वजह बन रहे हों. आपदा के बाद भी बुंदेलखंड में सूखे की तरह पत्रकारो का पर्यटन एकदम थमा हुआ है. चैनलों पर CD और Jio छाया है.
झमाझम बारिश है. फिर भी मेरे सामने वाले घर की बोरिंग तीन बार पानी छोड़ चुकी है. इससे ग्राउंड वाटर रिचार्जिंग का हाल बेहतर बारिश के बाद भी बेहतर नहीं लग रहा. यह कहना गलत भी हो सकता है कि यह बारिश आने वाले दिनों में (अगली गर्मी तक) फायदा पहुंचा पाएगी.
Pankaj Chaturvedi -आप याद करें कि मैंने कहा था कि बुंदेलखंड की असल दिक्कत महज पानी नहीं है जो एक अच्छी बरसात से सुलझ जाएगी, यहां का पूरा इकालाजी सिस्टम गडबडा गया है, जिसमें जंगल, जमीन, जन, जानवर औल जल भी शामिल है, देखना जनवरी के बाद फिर यहां हाहकार होगा, बुवाई इस बार भी नहीं है, जो तालाब बांधे गए थे वे ओवर फलेा हुए व कई के आने तुडवाए गए, उथली नदियों व रेत निकासी से बेहाल सरिताओं में पानी आया व लुप्प से गुम हो गया !
त्वरित उत्तर -
जब तक जंगल,नदी और पहाड़ को लूटने की प्रवृति नही थमेगी आप,मै और बुंदेलखंड सूखे / बाढ़ की आपदा से मुक्त नही हो सकेगा ! इसे नोट कर लीजिये ! यह मानवीय डिजास्टर है नैसर्गिक नही !
Pankaj Chaturvedi - क्या बुवाई के नुकसान के कुछ जमीनी आंकडे आ रहे हैं क्या ?
त्वरित उत्तर- सत्तर से अस्सी फीसदी खरीफ की फसल चित्रकूट,हमीरपुर में चौपट है बाकि इधर बारिश थमी है रबी की फसल शायद बच जाये !
आपको ये भी बतला दे कि कृषि विभाग किसानों के खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत मिले साढ़े तीन करोड़ रूपये भी दबाये बैठा है ! यहाँ किसान कीटनाशक,दवा,बीज और बाढ़ मुआवजे के लिए हलकान है ! इधर कांग्रेस के राहुल गाँधी आगामी 6 सितम्बर से 'किसान यात्रा ' निकाल रहे है ! वे 11 सितम्बर को बाँदा आयेंगे अभी तक जानकारी अनुसार ! मगर चुनावी बरसात में किसान आपदा से कितना उबरेगा ये सब जानते है खाशकर नेता ! किसान को मजदूर समझने वाले ये नेता सत्ता सुख मिलने के बाद एसी में आते-जाते और बरगलाते है !#आशीषसागर
Zeeshan Akhtar
कुछ समय पहले बुंदेलखंड के कई इलाकों में भ्रमण के दौरान यहाँ की समस्याओं को लेकर दिल्ली के सीनियर जर्नलिस्ट पंकज चतुर्वेदी साहब से लम्बी चर्चा हुई. बुंदलेखंड इस समय पानी से तर है. कई इलाकों में बाढ़ है, जो तीन सूखे के बाद नयी आपदा है. हज़ारों लोग घर छोड़ चुके हैं. फसलें बर्बाद हो चुकी हैं. लोग बीमारियों की चपेट में हैं. बुंदेलखंड के अलावा ऐसी कोई जगह याद नहीं आ रही जहां सूखा और पानी दोनों ही तबाही की वजह बन रहे हों. आपदा के बाद भी बुंदेलखंड में सूखे की तरह पत्रकारो का पर्यटन एकदम थमा हुआ है. चैनलों पर CD और Jio छाया है.
झमाझम बारिश है. फिर भी मेरे सामने वाले घर की बोरिंग तीन बार पानी छोड़ चुकी है. इससे ग्राउंड वाटर रिचार्जिंग का हाल बेहतर बारिश के बाद भी बेहतर नहीं लग रहा. यह कहना गलत भी हो सकता है कि यह बारिश आने वाले दिनों में (अगली गर्मी तक) फायदा पहुंचा पाएगी.
Pankaj Chaturvedi -आप याद करें कि मैंने कहा था कि बुंदेलखंड की असल दिक्कत महज पानी नहीं है जो एक अच्छी बरसात से सुलझ जाएगी, यहां का पूरा इकालाजी सिस्टम गडबडा गया है, जिसमें जंगल, जमीन, जन, जानवर औल जल भी शामिल है, देखना जनवरी के बाद फिर यहां हाहकार होगा, बुवाई इस बार भी नहीं है, जो तालाब बांधे गए थे वे ओवर फलेा हुए व कई के आने तुडवाए गए, उथली नदियों व रेत निकासी से बेहाल सरिताओं में पानी आया व लुप्प से गुम हो गया !
त्वरित उत्तर -
जब तक जंगल,नदी और पहाड़ को लूटने की प्रवृति नही थमेगी आप,मै और बुंदेलखंड सूखे / बाढ़ की आपदा से मुक्त नही हो सकेगा ! इसे नोट कर लीजिये ! यह मानवीय डिजास्टर है नैसर्गिक नही !
Pankaj Chaturvedi - क्या बुवाई के नुकसान के कुछ जमीनी आंकडे आ रहे हैं क्या ?
त्वरित उत्तर- सत्तर से अस्सी फीसदी खरीफ की फसल चित्रकूट,हमीरपुर में चौपट है बाकि इधर बारिश थमी है रबी की फसल शायद बच जाये !
आपको ये भी बतला दे कि कृषि विभाग किसानों के खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत मिले साढ़े तीन करोड़ रूपये भी दबाये बैठा है ! यहाँ किसान कीटनाशक,दवा,बीज और बाढ़ मुआवजे के लिए हलकान है ! इधर कांग्रेस के राहुल गाँधी आगामी 6 सितम्बर से 'किसान यात्रा ' निकाल रहे है ! वे 11 सितम्बर को बाँदा आयेंगे अभी तक जानकारी अनुसार ! मगर चुनावी बरसात में किसान आपदा से कितना उबरेगा ये सब जानते है खाशकर नेता ! किसान को मजदूर समझने वाले ये नेता सत्ता सुख मिलने के बाद एसी में आते-जाते और बरगलाते है !#आशीषसागर
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