राजेन्द्र सिंह ' राणा ' उर्फ़ जलपुरुष को नहीं है केन बेतवा लिंक का जमीनी ज्ञान !
www.pravasnamakhabar.com and www.bundelkhand.in
बुंदेलखंड में प्रस्तावित केन - बेतवा नदी गठजोड़ को लेकर केन्द्रीय जलमंत्री उमाभारती बहुत व्याकुल है ! वे हर कीमत पर ये लिंक चाहती है ! वे खुद को पर्यावरणविद भी बतला चुकी है दिल्ली के एक संवाद चर्चा में ! देश के घोषित जलपुरुष ने आज तक केन बेतवा लिंक पर न कभी कोई अध्ययन किया और न बयान दिए ! लेकिन इस रिपोर्ट में वे स्वयं को पहली बार इस लिंक के विपक्ष में खड़ा करते हुए बांध स्थल के अध्ययन की बात कह रहे है ! इसके साथ लेख में राजेन्द्र सिंह ने महोबा के चंद्रावल नदी ( जिसे लेख में चमरावल ) लिखा है को पुनर्जीवित करने का ज़िक्र किया है ! जबकि चन्द्रावल हरी काई की नाली है जिसका पुरसाहाल बीते मई माह तक किसी ने नहीं लिया गर ऐसा होता तो महोबा के खन्ना ग्राम के लोग चन्द्रावल नदी की काई को साफकर चोहड़ से प्यास नही बुझाते !
आज तक राजेन्द्र सिंह केन - बेतवा लिंक बांध एरिया नही गए है अगर गए है वैज्ञानिक अध्ययन के वास्ते प्रो. जी. डी. अग्रवाल, प्रो. आर. एच. सिद्दिकी, श्री परितोष त्यागी और रवि चोपड़ा के साथ तो तस्वीर जारी करे !
महोबा में जो तालाब मुख्यमंत्री ने खुदवाये वो टेंडरिंग व्यवस्था / ठेकेदारी से खुदे जेसीबी से जबकि राजेन्द्र सिंह ने कहा की बिना ठेकेदारी के खुदे है ! मजेदार बात ये है की 100 तालाब पूरे बुंदेलखंड के लिए थे न कि अकेले महोबा के लिए अधूरी जानकारी क्यों जलपुरुष जी ? समाजवादी सरकार के सरकारी विज्ञापन में छपने वाले ये वही लोग है जो अखिलेश यादव के कागजी आंकड़े वाले एक करोड़ और पांच करोड़ पौधे में चुप है विश्व रिकार्ड लेने तक ! फ़िलहाल इन्होने बांध का विरोध किया इसके लिए आभार मगर हवा में नहीं बोलना चाहिए सिरमौर बन जाने को ! साथ ही उनके करीबी संजय सिंह राष्ट्रीय संयोजक जल -जन जोड़ो अभियान जिसके राजेन्द्र सिंह अध्यक्ष है वें 13 फरवरी 2016 के दैनिक जागरण समाचार पत्र की खबर में 'पचनद' बाँध का समर्थन कर चुके है ! बुंदेलखंड के भौगोलिक और जंगलीय पारिस्थिकी तंत्र को तहस -नहस करेगा ये नदी गठजोड़ यह तय है !
( आवश्यकता पड़े तो तस्वीर दे सकते है महोबा के ठेकेदारी तालाब और केन बेतवा बाँध स्थल की ) श्री अरुण तिवारी की नीचे दी गई रिपोर्ट इंडिया वाटर
http://hindi.indiawaterportal.org/Rajendra-Singh
पोर्टल हिंदी में भी है ) अजब-गजब बड़बोला पन !
http://www.dudhwalive.com/2016/08/watermans-statements.html
बुंदेलखंड में प्रस्तावित केन - बेतवा नदी गठजोड़ को लेकर केन्द्रीय जलमंत्री उमाभारती बहुत व्याकुल है ! वे हर कीमत पर ये लिंक चाहती है ! वे खुद को पर्यावरणविद भी बतला चुकी है दिल्ली के एक संवाद चर्चा में ! देश के घोषित जलपुरुष ने आज तक केन बेतवा लिंक पर न कभी कोई अध्ययन किया और न बयान दिए ! लेकिन इस रिपोर्ट में वे स्वयं को पहली बार इस लिंक के विपक्ष में खड़ा करते हुए बांध स्थल के अध्ययन की बात कह रहे है ! इसके साथ लेख में राजेन्द्र सिंह ने महोबा के चंद्रावल नदी ( जिसे लेख में चमरावल ) लिखा है को पुनर्जीवित करने का ज़िक्र किया है ! जबकि चन्द्रावल हरी काई की नाली है जिसका पुरसाहाल बीते मई माह तक किसी ने नहीं लिया गर ऐसा होता तो महोबा के खन्ना ग्राम के लोग चन्द्रावल नदी की काई को साफकर चोहड़ से प्यास नही बुझाते !
आज तक राजेन्द्र सिंह केन - बेतवा लिंक बांध एरिया नही गए है अगर गए है वैज्ञानिक अध्ययन के वास्ते प्रो. जी. डी. अग्रवाल, प्रो. आर. एच. सिद्दिकी, श्री परितोष त्यागी और रवि चोपड़ा के साथ तो तस्वीर जारी करे !
महोबा में जो तालाब मुख्यमंत्री ने खुदवाये वो टेंडरिंग व्यवस्था / ठेकेदारी से खुदे जेसीबी से जबकि राजेन्द्र सिंह ने कहा की बिना ठेकेदारी के खुदे है ! मजेदार बात ये है की 100 तालाब पूरे बुंदेलखंड के लिए थे न कि अकेले महोबा के लिए अधूरी जानकारी क्यों जलपुरुष जी ? समाजवादी सरकार के सरकारी विज्ञापन में छपने वाले ये वही लोग है जो अखिलेश यादव के कागजी आंकड़े वाले एक करोड़ और पांच करोड़ पौधे में चुप है विश्व रिकार्ड लेने तक ! फ़िलहाल इन्होने बांध का विरोध किया इसके लिए आभार मगर हवा में नहीं बोलना चाहिए सिरमौर बन जाने को ! साथ ही उनके करीबी संजय सिंह राष्ट्रीय संयोजक जल -जन जोड़ो अभियान जिसके राजेन्द्र सिंह अध्यक्ष है वें 13 फरवरी 2016 के दैनिक जागरण समाचार पत्र की खबर में 'पचनद' बाँध का समर्थन कर चुके है ! बुंदेलखंड के भौगोलिक और जंगलीय पारिस्थिकी तंत्र को तहस -नहस करेगा ये नदी गठजोड़ यह तय है !
( आवश्यकता पड़े तो तस्वीर दे सकते है महोबा के ठेकेदारी तालाब और केन बेतवा बाँध स्थल की ) श्री अरुण तिवारी की नीचे दी गई रिपोर्ट इंडिया वाटर
http://hindi.indiawaterportal.org/Rajendra-Singh
पोर्टल हिंदी में भी है ) अजब-गजब बड़बोला पन !
http://www.dudhwalive.com/2016/08/watermans-statements.html
1 Comments:
http://mns-deep.blogspot.in/2015/12/blog-post_44.html
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home