' खन्ना का कंधीपाल पेड़ पर सूली योग कर गया '
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#21जूनअंतर्राष्ट्रीययोगदिव स
20 जून जारी -
चल मेरा खलिहान देख ले !
अगर देखना है मुर्दे को !!
तो चलकर एक किसान देख ले !! ''
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तस्वीर में महोबा के खन्ना गाँव की उमा रात आठ बजे दिन भर के चार चक्कर / 16 किलोमीटर चलने के बाद अपने अंतिम प्रहर में पानी के लिए योग करती हुई ! पिता को गाली देती है ब्याह न करते तो यह ' मुर्गा योग ' न करना पड़ता ! उमा सहित तमाम गाँव वालों की इस आप बीती को हाल ही में संध्या जी ने ' ओपिनियन पोस्ट ' में कवर स्टोरी में 1 से 15 जून के अंक में प्रकाशित किया है ! वही गत 19 जून को इस महोबा जिले के पानी से हलकान खन्ना गाँव में बयालीस वर्षीय कंधीपाल पुत्र रामदीन ने कर्ज से आजिज आकर आत्महत्या कर ली है ! इसके नाम 13 बीघा खेती थी. लेकिन बुंदेलखंड की तपती चटियल मिटटी में सुखाड़ ने इसके खेत में अनाज को मुंह फिरवा दिया ! पांच बेटियों सहित एक बेटे के पिता मृतक कंधीपाल ग्राम अटघार ने इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक,एसबीआई से क्रेडिट कार्ड पर 6 लाख रूपये कर्जा लिया है !
बीते रविवार वह खेत में गया और मेड में लगे पेड़ से लटककर फांसी लगा ली ! ग्रामीण बतलाते है किसान बेटियों के ब्याह को लेकर व्यथित था ! उधर हमीरपुर के ही थाना चिकासी के ग्राम बंगरा निवासी छोटेलाल ने भी सूखे से टूटकर 20 जून को आत्महत्या की है. किसान के एक मात्र पुत्र भगवान दास ने बतलाया कि पिता पर दो लाख अस्सी हजार का किसान क्रेडिट कार्ड कर्ज था,तीन साल के लगातार सूखे से दुखी पिता ने ये आत्मघाती कदम उठा लिया है. दो दिन में चित्रकूट मंडल में चार किसान मरे है ! जिस तरह का जलसंकट महोबा के इस गाँव में है उससे उमा जैसी सैकड़ो महिला,किशोरी का ये ' मुर्गा योग ' गैर लाजमी नही है ! देखिये न देश आने वाली 21 जून की सुबह अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर थिरकेगा वही कोई अगला किसान / अन्नदाता चिता या पेड़ पर योग कर रहा होगा ! ये वही लोग है जो इन्ही किसानों का पैदा किया खाकर देश की आवाम को थोथा योग करवा रहे है ! यह वो ही प्रधानमंत्री है जो आज दो साल में एक भी मृतक किसान के देहरी में झाँकने नही गए है !
#21जूनअंतर्राष्ट्रीययोगदिव
20 जून जारी -
बंगरा के किसान छोटेलाल लोधी को भी करना पड़ी ये ही कसरत !
योग की बिसात पर देश के अंधभक्त मतदाता को राजपथ क्या खूब नचाया है ! इस योगनामा में रामदेव की कुंडली पर कैलाश खेर के ' बबम बम बम लहरी ' से दिल्ली को उठा - पठक लगवाकर देश के सभी जिलों में करोड़ो फूंकने वाली जनता के सम्मानित प्रधानमंत्री आपके के लिए -
'' कैसा है शमशान देख ले !!चल मेरा खलिहान देख ले !
अगर देखना है मुर्दे को !!
तो चलकर एक किसान देख ले !! ''
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तस्वीर में महोबा के खन्ना गाँव की उमा रात आठ बजे दिन भर के चार चक्कर / 16 किलोमीटर चलने के बाद अपने अंतिम प्रहर में पानी के लिए योग करती हुई ! पिता को गाली देती है ब्याह न करते तो यह ' मुर्गा योग ' न करना पड़ता ! उमा सहित तमाम गाँव वालों की इस आप बीती को हाल ही में संध्या जी ने ' ओपिनियन पोस्ट ' में कवर स्टोरी में 1 से 15 जून के अंक में प्रकाशित किया है ! वही गत 19 जून को इस महोबा जिले के पानी से हलकान खन्ना गाँव में बयालीस वर्षीय कंधीपाल पुत्र रामदीन ने कर्ज से आजिज आकर आत्महत्या कर ली है ! इसके नाम 13 बीघा खेती थी. लेकिन बुंदेलखंड की तपती चटियल मिटटी में सुखाड़ ने इसके खेत में अनाज को मुंह फिरवा दिया ! पांच बेटियों सहित एक बेटे के पिता मृतक कंधीपाल ग्राम अटघार ने इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक,एसबीआई से क्रेडिट कार्ड पर 6 लाख रूपये कर्जा लिया है !
बीते रविवार वह खेत में गया और मेड में लगे पेड़ से लटककर फांसी लगा ली ! ग्रामीण बतलाते है किसान बेटियों के ब्याह को लेकर व्यथित था ! उधर हमीरपुर के ही थाना चिकासी के ग्राम बंगरा निवासी छोटेलाल ने भी सूखे से टूटकर 20 जून को आत्महत्या की है. किसान के एक मात्र पुत्र भगवान दास ने बतलाया कि पिता पर दो लाख अस्सी हजार का किसान क्रेडिट कार्ड कर्ज था,तीन साल के लगातार सूखे से दुखी पिता ने ये आत्मघाती कदम उठा लिया है. दो दिन में चित्रकूट मंडल में चार किसान मरे है ! जिस तरह का जलसंकट महोबा के इस गाँव में है उससे उमा जैसी सैकड़ो महिला,किशोरी का ये ' मुर्गा योग ' गैर लाजमी नही है ! देखिये न देश आने वाली 21 जून की सुबह अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर थिरकेगा वही कोई अगला किसान / अन्नदाता चिता या पेड़ पर योग कर रहा होगा ! ये वही लोग है जो इन्ही किसानों का पैदा किया खाकर देश की आवाम को थोथा योग करवा रहे है ! यह वो ही प्रधानमंत्री है जो आज दो साल में एक भी मृतक किसान के देहरी में झाँकने नही गए है !
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