लोकायुक्त क्या सरकारी कारिन्दा है ?
#यूपीसीएम #एमपीसीएम
' सरकारों के घुंघरू बनते लोकायुक्त ' !
अपने कार्यकाल के सात साल पूरे कर चुके मध्यप्रदेश के लोकायुक्त नावलेकर कोपुनः एक्टेंशन देने की कवायद है ! भोपाल के सामाजिक कार्यकर्ता अजय दुबे उच्च न्यायलय गए ! जाहिर है शिवराज सिंह चौहान ने आज तक एक मंत्री को जेल नही भिजवाया लोकायुक्त से ! यह अलगबात है सरकारी महकमा काली - पीली सम्पति सम्पति खोलती रहती पकडे जाने पर ! कुछ ऐसा ही समाजवादी सरकार ने यूपी के लोकायुक्त रहे जस्टिस एनके मेहरोत्रा पर कृपा रखी थी ! उन्हें भी सात साल टिकाया गया लेकिन उनकी ही जाँच पर बसपा के ग्यारह महाबली भ्रस्ट मंत्री आज तक समाजवादी सुरक्षा तंत्र में महफूज है ! वे सीबीआई / ईडी की गिरफ्त से बचे है और प्रोटोकाल लेकर सियासी आतंक मचा रहे है अगले चुनाव का ! शायद यह तस्वीर देखकर आपको थोडा याद आये मुखिया अखिलेश यादव का वादा ! यथा तुम भी खाओ ,हम भी खाए ! कहाँ गए समाजवाद के वो खोखले नारे - वादे जो विधानसभा चुनाव में किये थे ' अगर हम चुनाव जीते तो पार्को,मूर्तियों पर बुलडोजर चलवा देंगे ! ' चोर जेल में होंगे आदि !
' सरकारों के घुंघरू बनते लोकायुक्त ' !
अपने कार्यकाल के सात साल पूरे कर चुके मध्यप्रदेश के लोकायुक्त नावलेकर कोपुनः एक्टेंशन देने की कवायद है ! भोपाल के सामाजिक कार्यकर्ता अजय दुबे उच्च न्यायलय गए ! जाहिर है शिवराज सिंह चौहान ने आज तक एक मंत्री को जेल नही भिजवाया लोकायुक्त से ! यह अलगबात है सरकारी महकमा काली - पीली सम्पति सम्पति खोलती रहती पकडे जाने पर ! कुछ ऐसा ही समाजवादी सरकार ने यूपी के लोकायुक्त रहे जस्टिस एनके मेहरोत्रा पर कृपा रखी थी ! उन्हें भी सात साल टिकाया गया लेकिन उनकी ही जाँच पर बसपा के ग्यारह महाबली भ्रस्ट मंत्री आज तक समाजवादी सुरक्षा तंत्र में महफूज है ! वे सीबीआई / ईडी की गिरफ्त से बचे है और प्रोटोकाल लेकर सियासी आतंक मचा रहे है अगले चुनाव का ! शायद यह तस्वीर देखकर आपको थोडा याद आये मुखिया अखिलेश यादव का वादा ! यथा तुम भी खाओ ,हम भी खाए ! कहाँ गए समाजवाद के वो खोखले नारे - वादे जो विधानसभा चुनाव में किये थे ' अगर हम चुनाव जीते तो पार्को,मूर्तियों पर बुलडोजर चलवा देंगे ! ' चोर जेल में होंगे आदि !
जबकि उन्हें सुरक्षा देते हुए न सिर्फ राजधानी लखनऊ का तापमान बढ़ाया गया बल्कि अपने यादव परिवार के 21 लोग लोकसेवक बनाकर सरकारी निधि, भत्ते,वेतन और पेंशन लेने का हक़दार बना दिया गया ! जनता वैसे ही यह सब भूल जाती है जैसे अंग्रेजों की गुलामी, केंद्र सरकारों के स्कैम, पूंजीपतियों की सरपरस्ती में बनकर तैयार योजना से अपने ही टैक्स पर अपना शोषण होते देखकर उसको कोई असर नही होता ! बड़ा जबरा धैर्य है जनता का !
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