Sunday, August 09, 2015

' लाल सोने की लूट में अब आदिवासी भी ! '

बुंदेलखंड / चित्रकूट घटना 9 अगस्त की ---

नदियों का चीरहरण हो या पहाड़ का बलात्कार यहाँ सब कुछ खुलेआम होता है...

अवैध खनन रोकने के लिए गश्त पर निकले वनकर्मियो की टीम के ऊपर शनिवार देर रात कोल आदिवासी लोगो के एक समूह ने जानलेवा हमला किया.ये लोग हाथो में बल्लम,भाले और लाठियां लेकर आये हमलावरों ने वनकर्मियो पर बेखौफ होकर कई वार किये सभी 6 वनकर्मी गंभीर रूप से घायल है.इस घटना के समय वाचर की मौके पर ही मौत हो गई.दो को इलाहाबाद रिफर किया गया है. वन दरोगा गिरधारी लाल यादव,वन दरोगा हरिशंकर निवासी अरई- संत रविदास नगर,वाचर रामस्वरूप सहित अन्य सभी पर ये जानलेवा हमला किया गया है.रात 12 बजे हुए हमले की घटना पहरा वन ब्लाक में व्यास कुण्ड के पास हुई.करीब सौ कोल आदिवासी लोगो ने ये हमला अवैध बालू खनन रोकने के चलते किया.18 नामजद पर मुकदमा दर्ज हुआ है.
गौरतलब है पहरा पहाड़ वन विभाग की बीट - सीमा में आता है.यहाँ आज से दस साल पहले गिट्टी खनन का पट्टा किया जाता था.बाद में विरोध पर ये पट्टे निरस्त हुए जो वनविभाग की सीमा में थे.इसके पास बरुआ नाला है जिसमे भरथौल के समीप बांध से पानी छोड़ा जाता है बारिश में भारी मात्रा में रेत बहकर आती है जिसपर स्थानीय ग्रामीण की नजर रहती है.कोल आदिवासी रात में ये बालू अवैध तरीके से निकालते है.वनकर्मियो ने शिकायत पर जब ये गश्त करने का कदम उठाया तो इस हमले से उनकी जान को खतरा पहुचांने का काम किया गया है.अब इसको ' मंगलराज कहे या जंगलराज अथवा समाजवाद का अन्ना राज पिछली सरकारों का बिगडैल रवैया ये खनन बुंदेलखंड में यूँ ही धड़ल्ले से चलता है.वनविभाग की भूमि हो या निजी खेत में बालू डंप करने का काम / खदान से बालू निकासी बारिश में काम बंद होने के बाद भी खाकी और सत्ता में काबिज सरकार के स्थानीय छुटभैये नेता ये धंधा करवाते है.जिला खनिज अधिकारी बाँदा,चित्रकूट में इनका जमावड़ा देखा जा सकता है.जिनकी कोई औकात नही थी आज वे भी लक्जरी गाडी मेंटेन करके बालू से अपना खर्चा चला रहे है.....! बाँदा में गिरवां -नरैनी की खदान इसकी बानगी है जिसको नरैनी ब्लाक प्रमुख दिनेश मिश्र का संरक्षण प्राप्त है वही बदौसा में बागे नदी से वर्तमान एसो ये काम करवा रहे है.....सिंडिकेट समूह बनाकर कम्पनी के रूप में ये कारोबार करते है.बकिया खच्चर - गधे से जो नंबर एक की बालू निकाली जाती है उसका तो कोई राजस्व और हिसाब ही नही होता है....

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