ये पूरा गाँव खोखला हो चूका है !
पहाड़ मिटाकर सड़क बनाई और दौड़ाई पटरी में ट्रेन,जंगल काटकर बिल्डिंग बन गई ये है आदम का ब्रेन,नदी बाँध कर पानी लूटा , सूखा इन सबकी है देन...l - प्रवास संवाद
बुंदेलखंड / महोबा - चरखारी तहसील का गौरहारी गाँव जारी 16 फरवरी बाँदा से ...
ये तस्वीर में महोबा जिले की चरखारी तहसील का गौरहारी गाँव है l आबादी करीब 3 हजार से ऊपर l राजपूत बिरादरी अधिक्य गाँव हमीरपुर की सीमा से लगता है l तस्वीर कुछ ही पोस्ट कर रहे है मात्र सन्दर्भ के लिए शेष गाँव अगर पहुँच गए आप सब तो शायद ये पहचानना मुश्किल होगा कि ये गाँव है या खोखले सुरंग में बदल चूका मोहल्ला !
इस गाँव में ये गौरा पत्थर की खदाने है l इनसे टेलकम पाउडर,मूर्तियाँ और साबुन भी बनता है l अब मानको की बाते नही करना क्योकि पिछले तीस साल से गाँव वाले सोसाइटी बनाकर आबाद बस्ती में धड़ल्ले से खनन करते आ रहे है ,वैसे मानक आबादी से एक किलोमीटर दूरी का है l ये पूरा गाँव खोखला हो चूका है l अब तक गाँव के बच्चो के मुताबिक 25 लोग मर चुके और सैकड़ो घर जमीदोज हुए है l
गाँव वालो का रोज का पेशा है खालीपन में तास के पत्ते खेलो जब काम पर हो तो गौरा पत्थर का खनन और बाकि समय शराब - मुर्गा की जय - जय !
यहाँ बाहर का कोई खदान मालिक नही है सब कुछ गाँव का है हाँ ये बात अलग है कि पानी से महरूम अपने चारो तहसीलो को डार्कजोन में पहुंचा चूका बुंदेलखंड का महोबा इस पत्थर से बुंदेलो को रोजगार दे रहा है मगर जिस भयावह तबाही की तरफ ये गाँव बढ़ रहा है उसकी भरपाई समय करेगा l वर्तमान का लाभ अच्छा है इसलिए गाँव और सरकार सब एक पाले में है ....गगरी न फूटे - चाहे खसम मर जाये ! - आशीष
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