Monday, April 26, 2010

हमारा बुंदेलखंड जो सबसे जुदा है

मित्रो  ये बुंदेलखंड के बांदा जनपद के नरैनी ब्लाक के
गोबरी ग्राम का मंदिर है जहा 400 आदिवासी परिवार विकास से कोसो दूर
भुखमरी और बदहाली का जीवन यापन कर रहे है ,
पिछले  63 सालो की आज़ादी के बाद भी ग्राम विकास की कोई योजना उनका विकास नहीं कर सकी है, कभी वि डाकुओ और कभी फोरेस्ट ऑफिस
के कर्मचरियों से छले जाते है ! आखिर यहाँ पार बांदा के सोसिअल संगठनों
की नज़रे क्यों नहीं जाती है , ये मंदिर 10,400 साल पुराने इतिहास को
खुद में समेटे है और यहाँ के दो मंदिर तोड़े जा चुके है ,इसके गर्भ गृह में
बोद्ध एस्तुप है और अलग - अलग मुद्राओ में लाखो मुर्तिया मंदिर के बाह
हिस्से में बनी है , इसे यदि समय रहते नहीं बच्या गया तो एक और
इतिहास का दस्तावेज जमीदोज हो जायेगा - आशीष सागर

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