हमारा बुंदेलखंड जो सबसे जुदा है
मित्रो ये बुंदेलखंड के बांदा जनपद के नरैनी ब्लाक के
गोबरी ग्राम का मंदिर है जहा 400 आदिवासी परिवार विकास से कोसो दूर
भुखमरी और बदहाली का जीवन यापन कर रहे है ,
पिछले 63 सालो की आज़ादी के बाद भी ग्राम विकास की कोई योजना उनका विकास नहीं कर सकी है, कभी वि डाकुओ और कभी फोरेस्ट ऑफिस
के कर्मचरियों से छले जाते है ! आखिर यहाँ पार बांदा के सोसिअल संगठनों
की नज़रे क्यों नहीं जाती है , ये मंदिर 10,400 साल पुराने इतिहास को
खुद में समेटे है और यहाँ के दो मंदिर तोड़े जा चुके है ,इसके गर्भ गृह में
बोद्ध एस्तुप है और अलग - अलग मुद्राओ में लाखो मुर्तिया मंदिर के बाह
हिस्से में बनी है , इसे यदि समय रहते नहीं बच्या गया तो एक और
इतिहास का दस्तावेज जमीदोज हो जायेगा - आशीष सागर
Labels: http://ashish-gadha.blogspot.com
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home